गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

भारत रौ संविधान- प्राकथन (प्रस्तावना)


 आपां भारत रा लोग सगळे  भारत नै एक प्रभुसत्ता रै जेङौ ,समाजवाद रौ अनुयायी,पंथ निरपेख,लोगतनतरातम गण राज बणावण सारू ,अर इणरा सगळा नागरिकां नै सामाजिक,आरथिक, राजनैतिग न्याव,विचार ,बौलण, विशवास, धरम अर उपासणा री सुतंत्रता, पैठ, ऐंन अवछर री समानता हासळ करण सारू अर इण सगळा मांय मिनख़ री मरजादा न देस रौ ऐकौ  अर अखंडपणौ पकायात करण वाळो भाइपौ बढाण वास्ते गाढै प''ण रै सागै आपणी इण संविधान मंडळी मांय आज ताऱीख़ 26 नवंबर 1949 ई. (मिति माघ महीने री च्यानण पख री सातम संमत् २००६ वि.)
नै इण सूं ,इण संविधान नै अंगेजां ,माना अर आतमारपित करां 
जै हिन्द 

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