बुधवार, 23 दिसंबर 2015

कर्म फुट्योडा

सुहागरात पे दूल्हा confuse हो रहा था की जाते ही पत्नी से किस बात को लेकर शुरुआत की जाये तो वो जब कमरे में पहुंचा तो 5 मिनट के लिए तो दुल्हन के पास चुपचाप बेठा रहा उसके बाद धीरे से बोला




थारो काई नाम हे?

दुल्हन शरमाते हुए बोली कर्म फुट्योडा कुंकु पत्री म कोनी पढ़्यो हो क

कनपटा मै भी दैणी  पड़े


हर बार अलफ़ाज़ ही काफी नही होते किसी को समझाने के लिए...
.
.
.
.
.

घणी वार
कनपटा मै भी दैणी  पड़े

कलुवा

Mikesh ji ने क्लास से
पूछा- बच्चों न्यूटन का नियम
के बारे मेँ क्या जानते हो ?
.. ..
.. ..
सब बच्चे चुप
.. ..
Mukesh ji- कलुवा तु बता बेटा
.. ..
.. ..
कलुवा- पूरा नहीँ आता बस
आखिरी लाईन ही याद है
.. ..
.. ..
मास्टरजी- चल आखिरी लाईन
ही सुना
.. ..
.. ..
कलुवा - इसे ही न्यूटन का नियम कहते हैँ !
..
वाह बेटा कलुवा जीते रहो !!

रजनीगंधा

अब तो हद हो गयी।
एक मित्र को कॉल किया तो
कॉलर ट्यून यह बजी  *जिस व्यक्ति से आप सम्पर्क
करना चाहते है  वे इस समय रजनीगंधा खा रहे है..
कृपया थूकने तक प्रतिक्षा करें" !
    P.S.

साग रोटी

पति सुबह नहाते गा रहा था

गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो

पत्नी - गोविंद बोलो  चाहे गोपाल बोलो

साग रोटी खानी वेतो पेला मटर छोलो

गुरुवार, 17 दिसंबर 2015

तन्नै वहम था,

हरियाणा के एक स्कूल में :-

टीचर: मैं सुंदर थी, सुंदर हूं, सुंदर रहूंगी। इसी तरह तीनों काल का उदाहरण दो।

छात्र : तन्नै वहम था, तन्नै वहम है, तन्नै वहम रवैगा।

उधार रो पहावड़ो

"उधार रो पहावड़ो"
उधार एका -------उधार
उधार दुआ ------काले देउला
उधार तीया----- खाऊ  कोनी
उधार चौका ---खुल्ला कोनी
उधार पंजा --- पाछौ आऊ
उधार छक्का --माजनो मती पाड
उधार साता --माथो नी खा
उधार आठा -- खातो वताव
उधार नवा ---हिसाब खोटो
उधार दसा --वेइ जदी देऊ

शनिवार, 12 दिसंबर 2015

कृपा करकै आगे-नै मर ल्यो।

हरियाणा रोडवेज प्रशासन को शिकायत मिली कि हरियाणा रोडवेज के कंडक्टर बहुत बदतमीजी से बोलते
हैं !
उन्होने फौरन आदेश दिया कि सभी कंडक्टर कुछ भी कहने से पहले "कृपया" शब्द का इस्तेमाल करेंगे !
दूसरे दिन एक बस में कई आदमी चढ़ गए और दरवाजे पर लटक लिये। थोड़ी देर बाद कंडक्टर आया और
बोला ---- "कृपा करकै आगे-नै मर ल्यो।"

शुक्रवार, 11 दिसंबर 2015

Marwari Chhora send whatsapp msg to his class teacher-

Marwari Chhora send
whatsapp msg to his class teacher-

सेवा रे माय
               श्रीमान साब,
               प्रधाना मारसाब
                 रा.उच.प्रा.वि.
       हरियाढाना जिलो(जोधपर)
विषय- घरे काम है-

महोदय,
              आज मारे घरे राबोडी, बडिया करी सा जीको मने ढानीया ढपानीया ऊ खाटी छा लानी पडी जीको आज तो स्कूल आवनो मुशकिल है सा तो आज री हाजरी भर दिजो नी मारसाब. काले पावेक भरी राबोडी बडिया आप रे ई लेने आइजाऊ!

               आप रो आघ्याकारी
                    नाम- गबरियो
          हाजरी लमबर-भाकरीया ने ठा हे पूछ लीजो

ठीक मारसाब अबे डागले जाऊ नी तो पछे रोबोडी बडिया चिडिया कमेडिया खाजाई....

शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

हरियाणवी आदमी जवाब उल्टे नही देता...

हरियाणवी आदमी जवाब उल्टे नही देता... लोग सवाल उल्टे करते हैं। नहीं यकीन आता, तो पढ़िए मस्त जोक

जज: तू तीसरी बार अदालत आया है, तने शर्म कोनी आती?

आदमी: तू तो रोज़ आवे है, तने तो डूब के मर जाना चाहिए ।

ग्राहक: थारी भैंस की एक आंख तो खराब सै, फेर भी तू इसके 25 हज़ार रुपये मांगन लाग्र्या सै?

आदमी: तन्नै भैंस दूध खात्तर चाहिए या नैन-मटक्का करन खात्तर..?????

हज़्ज़ाम: ताऊ, बाल छोटे करने है के...?

ताऊ: बड़े कर सके है के !!

एक दिन पड़ोस का हरयाणवी छोरा आ के बोल्या-

" रे चाचा, अपनी इस्त्री देदे... "

चाचा ने अपनी जनानी की ओर  इसारा करया और बोला- " ले जा, वा बैठी.. "

छोरा चुप चाप देखन लाग्या...
बोला- " चाचा यो नहीं, कपडे वाली.."

चाचा बोल्या- " भले मानस, यो तन्ने बगेर कपड़े दिखे है के ??? "

छोरा गुस्से में चीखा- " रा चाचा
बावला ना बन, करंट वाली इस्त्री.."

चाचा- " बावले, हाथ ते लगा के देख...जे ना मारे करंट, फेर कहिये..."

गुरुवार, 3 दिसंबर 2015

श्मशान की चाबी

Jai Haryana

30 दिन से बिना बताये घर से गायब एक हरियाणवी
पति घर लौटा
पत्नी - मैं थारे गम में बीमार पड़ी थी, जै मैं मर जाती तो
पति~तो मैं कोण सा श्मशान की चाबी अपणे साथ ले ग्या था

सबउ पेली

जोधपुर के आंटी जी कौन बनेगा करोड़ पति में 1 करोड़ जित गए।
अमिताभ का सवाल जितने के बाद।

आप जोधपुर जा कर 1 करोड़ रूपये का क्या करेंगी?
आंटी: सबउ पेली 100 रा खुला कराने 10 - 10 रुपिया छोरिया ने दुला।

सिग्नल

रोहतक में एक सिग्नल पर एक महिला की कार ग्रीन सिग्नल होने पर दुबारा स्टार्ट नहीं हुई।

लोग पीछे से होर्न बजाने लगे, सिग्नल ग्रीन से यलो और यलो से वापस रैड हो गया। लेकिन कार स्टार्ट नहीं हुई। लोग हार्न पर हार्न बजाने लगे।

तभी हरियाणा पुलिस का ट्रैफिक हवलदार रामफल वहाँ आया और उस महिला ड्राइवर से बड़ी ही विनम्रता पूर्वक बोला :-

"मैडम के बात होगी, कोई सा भी कलर पसंद ना आरा के....?"