मीठी मनुहारा करता थकां, सुगन सगळा जोय”
छाय जमानो जोर को , अमृत वर्षा होय !
सुख-समृद्वि घर में होवे,घुल-मिल सगळा रेय”
हाली अमावस ऐड़ा सुगन,आप सब ने देय !
आप सब ने देय, खेतो नीपजे मोती ”
देवे बधाई धन्नो भक्त ,आई अमावस हलोती || हली अमावस्या की हार्दिक शुभकामनाएं
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें