पागलो के अस्पताल के एक रूम में सभी पागल डांस कर रहे थे..
बस एक पागल चुपचाप बैठा था . . .
डॉक्टर समझा,वो ठीक हो गया और पूछा तुम डान्स क्यों नहीं कर रहे?
. पागल: गेला मु विन्दराजा हूँ
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पागलो के अस्पताल के एक रूम में सभी पागल डांस कर रहे थे..
बस एक पागल चुपचाप बैठा था . . .
डॉक्टर समझा,वो ठीक हो गया और पूछा तुम डान्स क्यों नहीं कर रहे?
. पागल: गेला मु विन्दराजा हूँ
दीदी चल दीस तीजा
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मरना होगे भांटो के , दीदी चल दीस तीजा
चार दिन ल कइसे पहाय, निकलत वोकर बीजा
नोनी बाबू सबो चल दीस, सुन्ना सुन्ना लागत हे
मोबाइल ल कोचकत हाबे, रात रात भर जागत हे
साग पान मिठात नइहे, रांधे ल नइ आवत हे
जरहा भुंजहा रांध के, अलवा जलवा खावत हे
जल्दी आबे मईके ले, फोन ल लगावत हे
दू दिन अऊ रुकहूं, दीदी ह चिल्लावत हे
काबर आथे तीजा पोरा, भांटो ह झल्लावत हे
कतको झन तो सुन्ना पाके, बोतल ल हलावत हे ।।
मरना होगे भांटो के, दीदी चल दीस तीजा
चार दिन ल कइसे पहाय, निकलत वोकर बीजा ।।
भगवान री ब़णायोडी इण स्रीष्टी में, किणी भांत कोइ कमी नी हैं ।लखूं जीव आप री जूंण में घणा राजी, व्है सगळा प्रकृती रे मुजब चालै अर आप री जीवा जूंण में लाड कोड सूं रैवै ।मिनख ईसर री सबसूं टणकी अर निराळी रचना हैं । पण आज काले मांनख रे जीवन में नी तो परेम रो रस निजर आवै, नी कोड अर उमाव दिखै, अैडो लखावे के पूरो मानखो कठैइ दौड़ र पूगणो चावै, पण इण आपा धापी में किणी ने इण बा़त री जाच कोनी के जाणो कठै हैं । इण रो कारण हैं के आदमी राम जी री दियोड़ी चीजो रे माथै हक जमाय लियो, जिण सूं मोह रो जंजाळ ब़णियो मिळियोडी चीजो ने थिर राखण सांरू अर नवी चीजो लेवण खातर मिनख आप रो पूरो जोर लगाय दियो । इण सूं चीजो री किमत मानखे सूं घणी व्हैगी, अर मिनख आप रो मान खुद घटाय लियो ।मिळियोडी चीज, हालत सूं कदेइ राजी नी रै सकै।इण कारण भांत भांत री सामगरी भैळी करे ।एक दूजा री होडा होड सूं इण रो कोइ छैह नी, पण मन तो कितरी चीजो भैळी करलो धापे ही कोनी । कारण जैडो मन चावै व्हैडो व्है कोनी,, ।पिलंग मूंघ मोलो ले आवै पण नींद कठासूं लावे, कमरा घणा जबरा पण भाइ सैण कठासूं लावे, रसोइ में बणावण री हजार चीज पण खावणो हाथे नी, इण भांत मिनख मुफत में आखी उमर खपतो जावे ।आ पाधरी बात समज में कोनी आवै के चीजो मिनख रे वास्ते हैं मिनख चीजो रे वास्ते कोनी ।आ बात समज आयो मिनख मंगळ ग्रह री खोज करण री जगै जीवन में मंगळ री खोज करसी ।
जय बाबा की
*** बाज रिया है तंदुरा,
बाबा रा दरबार ***
## खम्मा खम्मा गावे है,
झांजर-री झंन्कार ##
जय बाबा री सा
चूलह कने जचे चिमपियो,
चाकी जचे पोली में !
छपर खाट चोबारा जचे,
तकियो जचे खोली में !!
गाय भैंस गोर में जचे,
भेड़ बकरिया टोली में !
रंग गुलाबी लागेे मुंडा पे,
डोळ बिगड़ज्या होली में !!
रोही में जचे कमेडी,
जचे मोरियॊ बागा में !
सुई साग जचे भुणीय,
रंग बिरंगे तागा में !!
पान लिया पनवाडी जचे,
हाथ लिवड़ा काथा में !
कांदा साथे जचे राबडी,
मिसी रोटी हाथा में !!
मार पलाथी जचे बाणयो,
कलम चलातो खाता में !
ब्राह्मण गले जचे जनेउ,
लंबी चोटी माथे में !!
चंचल नार जचे झरोखेे,
स्याणी नार चौके में !
बात केओ तो कणाई,
पण जचे कयोड़ी मोके में !!!
तहसीलदार,
थाणेदार,
हवलदार,
सुबेदार,
ठेकेदार,
ईमानदार,
इज्जतदार।
ऊंचे पदों के नाम के पीछे दार लगता हैं।
इन सब से बड़ी ऊंची एक पदवी हैं जो राजस्थान में ज़्यादा विख्यात हैं वो हैं
“अमलदार"।
जितना पैसा बड़े ऊंचे पदो वाले को मिलते हैं उससे ज़्यादा तो इनका खर्चा होता हैं।
भॉदरवे री बीज रो जब चंदो करे प्रकाश. रामदेव बणऑवशो राखिजै बिशवास. भॉदरवे री बीज रो चम्कीयो एक सितारौ पालणा मे झुळणऑयो जग रो पाळण हॉरौ. आज रे दिन मॉयड मरुधरा री धरती मॉथे श्री हरि विष्णु भगवान रामदेव रे रूप मे अवतॉर लियो जिण री सभी राजस्थान रा भायो ने हार्दिक शुभ कामना. बोलो रूणिचे रे श्याम री जय बॉबो भली करेला जै बॉबे री सा.