कोई भी बाहर का डाक्टर राजस्थान में आकर अस्पताल नहीं खोल सकता
क्यों?
क्योंकि राजस्थान के मरीज की बिमारी राजस्थान के डाक्टर के अलावा कोई समझ ही नहीं सकता
कुछ राजस्थानी बीमारियां :-
"पिंडी फ़ाटै है"
"कालजे मे धुओं उठै है
"जी दुःख पाव है"
"सार दिन माथौ भन भन करै है"
"पेट म कुलल कुलल होव है"
"कालजे म कुलमुलाट सी होव है"
"दांत कुलै है"
"जी सो उठ है"
"दो जना बोलेडा भी कोई न सुहाव है"
"गोडा चु चु करें है"
"कान में सईं सईं होरी है "
"कालजे में धकल बकल लाग री है"
"जी राजी कोनी"
ऐसी ऐसी बीमारी सुनकर अच्छे अच्छे MBBS को अपनी डिग्री पर शक हो जाता है कि साला कहीं ये Chapter छूट तो नहीं गया था।।।
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