सोमवार, 4 जुलाई 2016

घंटा

एक बार एक जाट ताऊ प्लेन से
लन्दन जा रहा था,
बगल में एक अंग्रेज बैठा हुआ था !
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जाट ने अंग्रेज से पूछा - "आप क्या करते हो ?
अंग्रेज - मैं एक साईंटिस्ट हूँ... और आप ?
जाट - मैं मास्टर हूँ !
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अंग्रेज - "WoW teacher क्या हम किसी टॉपिक पर बात कर सकते हैं ?"
जाट - "बिलकुल ,
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अंग्रेज - "अच्छा, तुम मुझे न्यूक्लियर पावर के बारे में कुछ बताओ ?
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जाट ये सुनकर चुप रह गया !
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अंग्रेज - (व्यंग से) "ओह ~ तो तुम नहीं जानते ?"
जाट - "जानता तो हूँ लेकिन तु पहले मेरे एक सवाल का जवाब दो"
अंग्रेज - "hmmm~ पूछो .?
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जाट - "मंदिर में भी घंटा होता है और चर्च में भी घंटा होता है, तो फिर
चर्च का घंटा मंदिर के घंटे से बड़ा क्यों होता है ?
अंग्रेज कुछ देर सोचता
रहा फिर बोला - "मैं नहीं जानता"
जाट ने एक दिया खीच के कान के निचे और बोला "अबे साले .. पता तनै घंटे का भी ना है और
बात न्यूक्लियर पावर की करै है !!

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