गुरुवार, 15 अक्तूबर 2015

मारवाड़ी की कार

एक मारवाड़ी
मुबंई की बैँक मेँ गया, और
बैँक मेनेजर से
रु.50,000 का लोन मांगा.
बैँक मेनेजर ने गेरेँटर मांगा.
मारवाड़ी ने अपनी BMW कार
जो बैँक के सामने पार्क की हुई थी
उसको गेरेँटी के तरीके से...
जमा करवा दी.
मेनेजर ने गाडी के कागज चैक किए,
और लोन देकर गाडी को
कस्टडी मेँ खडी करने के लिए
कर्मचारी को सुचना दी.
मारवाड़ी 50,000 रुपये
लेकर चला गया.
बैँक मेनेजर और कर्मचारी
उस मारवाड़ी पर हँसने लगे और
बात करने लगे कि
यह करोडपति होते हुए भी
अपनी गाडी सिर्फ 50,000 मेँ
❤गिरवी रख कर चला गया.
❤कितना बेवकुफ आदमी है.
उसके बाद 2 महीने बाद
मारवाड़ी वापस बैँक मे गया और
लोन की सभी रकम देकर
अपनी गाडी
वापस लेने की इच्छा दर्शायी.
बैँक मेनेजर ने हिसाब-किताब किया
और बोला : 50,000
मुल रकम के साथ
1250 रुपये ब्याज.
मारवाड़ी ने पुरे पैसे दे दिए.
बैँक मेनेजर से रहा नही गया और
उसने पुछा कि आप इतने
करोडपति होते हुए भी
आपको 50,000 रुपयो कि
जरुरत कैसे पडी.?
मारवाड़ी ने जवाब दिया :
मैँ राजस्थान से आया था.
मैँ अमेरिका जा रहा था.
मुबंई से मेरी फ्लाइट थी.
मुबंई मेँ मेरी गाडी
कहा पार्क करनी है
यह मेरी सबसे बडी प्रोबलम थी.
लेकिन इस प्रोबलम को
आपने हल कर दिया.
मेरी गाडी भी सेफ कस्टडी मेँ
दो महीने तक संभाल के रखा और
50,000 रुपये
खर्च करने के लिए भी दिए
दोनो काम करने का चार्ज लगा
सिर्फ 1250 रुपये.
आपका बहुत बहुत धन्यवाद.!

मारवाडी तो मारवाडी ही होते हे
जय राजस्थान रंगीला राजस्थान                   
      

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